Diabetic Patients Attention: खाएं आम के पत्ते गायब हो जाएगी शुगर

0
Diabetic Patients Attention

Diabetic Patients Attention: आम खाने का शौक सभी को होता है। आम का ताजा फल सामने देख कर ऐसा कौन होगा जिसका दिल न ललचा जाए। आम के पेड़ से आने वाले मीठे आम से तो सभी परिचित हैं, आम के पेड़ की लकड़ी हवन पूजन में समिधा के तौर पर काम आती है। आज हम बात करेंगे आम के पत्तों की।

आम के पत्तों की वंदनवार बनाकर घर के दरवाजे पर टांगी जाती है। साथ ही पूजा के कलश पर भी आम के पत्ते रखे जाते हैं। मोटे तौर पर कोई भी पूजा आम के पत्तों के बगैर संभव नहीं होती है। लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि आम के पेड़ की पत्तियाँ की बहुत ही गुणकारी होती हैं। हरे आम के पत्ते बहुत कोमल होते हैं, इसलिए उन्हें कुछ जगहों पर पकाया और खाया जाता है। आम की पत्तियों को बहुत पौष्टिक माना जाता है, इसलिए इनका उपयोग चाय और पूरक पेय बनाने के लिए भी किया जाता है।

आम का पेड़ है वरदान

मैंगिफेरा इंडिका, आम की एक विशेष प्रजाति, की पत्तियों का उपयोग हजारों वर्षों से आयुर्वेद और पारंपरिक चीनी चिकित्सा जैसे चिकित्सा पद्धतियों में किया जाता रहा है। हालाँकि पारंपरिक चिकित्सा में आम के तने, छाल, पत्तियोँ, जड़ और फल का उपयोग किया जाता है, लेकिन विशेष रूप से पत्तियों को मधुमेह और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज में मदद करने के लिए माना जाता है।

Diabetic Patients Attention: क्या है खास बात

ऐसा माना जाता है कि फैट के मेटाबालिज्म पर प्रभाव के कारण यानी जिनका मेटाबालिज्म खराब होता है उनका मोटापा बढ़ता जाता है। मधुमेह भी एक मेटाबालिक डिसॉर्डर है। ऐसे डिसॉर्डर से उत्पन्न मधुमेह को आम का पत्ता नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। हाई ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर अक्सर इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह से जुड़ा होता है।

चूहों में कम हो गया शर्करा का स्तर

एक अध्ययन में चूहों को आम के पत्तों का अर्क दिया गया। 2 सप्ताह के बाद, उन्होंने काफी कम ट्राइग्लिसराइड और रक्त शर्करा का स्तर दिखाया। चूहों पर किये गए इस अध्ययन में पाया गया कि आम के पत्तों के अर्क के शरीर के वजन (100 मिलीग्राम प्रति किग्रा) के 45 मिलीग्राम प्रति पाउंड का प्रबंध करने से ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल के असामान्य रूप से उच्च स्तर की चिह्नित स्थिति में हाइपरलिपिडिमिया कम हो जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *